शराबी की मजबूरी?
एक शराबी सड़क के किनारे बहुत ज्यादा पीने के कारण लगभग बेसुध सा पड़ा हुआ था।
एक भले आदमी ने उसके पास आकर पूछा, "`आखिर इतनी ज्यादा पीने की क्या जरूरत थी?"
शराबी: मजबूरी थी पीने के अलावा और कोई चारा ही नहीं था।
भला आदमी: आखिर ऐसी क्या मजबूरी हो गई थी ?`
शराबी: बोतल का ढक्कन गुम हो गया था।