पति और शांताबाई

पत्नी (पति से)- देखो जी, हमारी शांताबाई का पति, उसको खुश रखने के लिए, हर हफ्ते फिल्म दिखाने ले जाता है, आप क्यों नही ले जाते?

पति (पत्नी से)- अरे, मैंने भी शांताबाई को फिल्म के लिए बुलाया, लेकिन उसने मना कर दिया, इसमें मेरी क्या गलती है?
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एक कंजूस पति को करंट लगा..

पत्नी- आप ठीक तो हो ना?

कंजूस- मैं ठीक हूं.. तू मीटर देख, यूनिट कितना बढ़ा है।
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पति अपनी पत्नी को अंग्रेजी पढ़ा रहा था।

पत्नी (दोपहर में)- चलो डिनर ले लो..

पति- दिन के खाने को लंच कहते हैं।

पत्नी- ये कल रात का बचा हुआ खाना है।
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पत्नी (पति से)- मेरी तो कोई संतान नही हैं इसलिए सोचती हूं कि अपनी सारी जयदाद किसी साधू को दान कर दूं।

ये सुनकर पति उठकर जाने लगा।

पत्नी- तुम कहां जा रहे हो?

पति (गंभीरता से)- साधू बनने। 
पत्नी मायके जाकर पति को रोज फोन क्यों करती है?

ताकि पति को याद रहे मुसीबत टली नही, फिर आने वाली ह
पति (पत्नी से)- तुम्हें भगवान ने खूबसूरती और बेवकूफी साथ क्यों दी?

पत्नी (पति से)- ताकि तुम शादी का पैगाम दो और मैं उसे मंजूर कर लूं।